आज जोशीमठ में विस्थापन एवं पुनर्वास के सवाल पर जोशीमठ के मूल, पुस्तैनी निवासियों ने आज जोशीमठ नगर में आपदा प्रभावित मूल निवासियों की अनदेखी को लेकर एक विशाल जन आक्रोश जूलूस निकाला। जिसका जोशीमठ बचाओ संघर्ष समीति जोशीमठ ने बयान जारी कर कहा कि जनता के प्रतिरोध का वह समर्थन करती है और सरकार की नीतियों के खिलाफ आम जन मानस के सड़क पर हार्दिक अभिनंदन करती है।
बयान में कहा कि जिन सवालों पर संघर्ष समिति पिछले सालभर से भी अधिक समय से जनता के इन्हीं मूलभूत सवालों को लेकर सरकार से लड़ रही है उन सवालों पर निश्चित ही जनता के प्रतिरोध के कारण ही कुछ मामलों में सफलता मिली है।
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समीति जिन मुद्दों को उठाती रही है उन मुद्दों को आज भी लोगों ने उठाया जिससे उन मुद्दों को हल करने के लिए सरकार और प्रशासन पर निश्चित रूप से दवाब बनेगा जो जनता की ही जीत होगी।
बयान में आगे कहा गया है कि जोशीमठ नगर के स्थिरीकरण, जोशीमठ के नागरिकों के जल, जंगल, जमीन एवं आस्था, विश्वास को अक्षुण रखे जाने के अधिकार, उचित व न्यायपूर्ण पुनर्वास, रोजी, रोजगार व्यवसाय बचाए जाने आदि के सवालों को हल किए जाने की समिति पक्षधर है। जिस पर मिल जुल कर लड़ने और संघर्ष करने की जरूरत है। जिसे आज लोगों के प्रदर्शन ने भी साबित किया है । बयान में संघर्ष समीति ने बदरीनाथ के विधायक द्वारा जोशीमठ के सवाल को विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठाने के लिए उनका भी आभार व्यक्त किया है और सरकार से अपेक्षा की है कि विधानसभा में उठे सवालों को हल करने की दिशा में शीघ्र कदम उठाये जाय।समिति विश्वास करती है कि जनता की एकता के बूते ही जोशीमठ के लोगों के हक हकूक की रक्षा की जा सकती है।