जनपद चमोली के विकासखण्ड जोशीमठ के अंतर्गत झड़कुला-सेलंग 03 किमी0 सड़क का निर्माण वर्ष 2001-2002 में केंद्र की महत्वाकांक्षी परियोजना प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत हुआ। जो कि इस योजना में स्वीकृत जनपद की पहली सड़क है। सड़क बनने के बाद पीएमजीएसवाई से ये सड़क लोक निर्माण विभाग को स्थानांतरित हुई और लगभग 22 से 23 वर्षों में इन सड़क पर 3 बार लोक निर्माण विभाग द्वारा अधूरी पेंटिंग की गई जबकि सड़क 3 किमी0 है। बाकी सड़क का इतना बुरा हाल है कि सड़क किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता दे रही है पिछली दो-तीन दुर्घनाओं में जान-माल का नुकसान हो चुका है। जिस संदर्भ में कई बार प्रशासन एवं संबंधित विभाग को ग्रामीणों द्वारा अवगत कराया जा चुका है लेकिन न तो प्रशासन और न ही विभाग ग्रामीणों की इस समस्या का संज्ञान ले रहा है। अब ये सड़क द्वितीय चरण में एक बार फिर से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को स्थानांतरित की गई है फिर भी विभाग इस सड़क का आधा-अधूरा ही सुधारिकरण करना चाहता है लेकिन इस बार ग्रामीणों ने इस सड़क का सुधारिकरण पूरा करवाने की ठानी है नहीं को लोकसभा आम चुनाव बहिष्कार तक करने का ऐलान कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द पीएमजीएसवाई द्वारा द्वितीय चरण के तहत गांव की सड़क पर अंतिम छोर से लेकर प्रारंभिक छोर तक सुधारिकरण का कार्य नहीं किया जाता है तो ग्रामीण लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने के लिए बाध्य होंगे। आज उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी चमोली को ग्रामीणों ने ज्ञापन दिया है जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि द्वितीय चरण में सेलंग- सलूड़ सड़क 8.776 किमी0 सुधारिकरण 785.39 लाख की लागत से होना है जिसमें अनिवार्य रूप से 3 किमी0 सड़क का सुधारिकरण का कार्य सर्वप्रथम सेलंग गांव तक जाने वाली सड़क के अंतिम छोर से किया जाय।
ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान अंजू देवी, वन पंचायत सरपंच शिशुपाल भंडारी सहित गांव के कई लोग सम्मिलत थे।