बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार-प्रसार जोरों पर है। 10 जुलाई को मतदान होना है इसलिए 8 जुलाई शाम को प्रचार-प्रसार थम जायेगा। बदरीनाथ विधानसभा से विधायक राजेन्द्र भंडारी के दल-बदल करने के बाद ये सीट खाली हो गयी थी जिसके बाद चुनाव आयोग की अधिसूचना के बाद 10 जुलाई को मतदान होना है और 13 जुलाई को चुनाव परिणाम आने है। 04 प्रत्याशी बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी मैदान में है। जिसमें भाजपा से राजेन्द्र भंडारी, कांग्रेस से लखपत बुटोला, सैनिक समाज पार्टी से हिम्मत सिंह नेगी और निर्दलीय प्रत्याशी नवल किशोर खाली है।
क्षेत्र में प्रचार प्रसार जोरों पर है आज भाजपा प्रत्याशी राजेन्द्र भंडारी के समर्थन में सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी, राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट और धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री और चमोली के प्रभारी मंत्री धनसिंह रावत ने न्याय पंचायत तपोवन और उर्गम में जनसभा कर राजेन्द्र भंडारी के लिए वोट मांगे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला के समर्थन में जहाँ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने न्याय पंचायत उर्गम में जनसभा कर कांग्रेस प्रत्याशी में मत एवं समर्थन मांगा और जोशीमठ में नगर में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने रोड-शो कर कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के पक्ष में अपील की। सैनिक समाज पार्टी के हिम्मत सिंह नेगी और निर्दलीय नवल किशोर भी डोर-टू-डोर कैंपेंन कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पहली बार बदरीनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। इस चुनाव को भाजपा और कांग्रेस जो कि बारी-बारी से राज्य की सत्ता पर कायम रहे, दोनों के लिए प्रतिष्ठा बचाने का सवाल बनता जा रहा है। दूसरी तरफ निर्दलीय भी इस उपचुनाव में उलटफेर करने के लिए दावे कर रहे है। भाजपा प्रत्याशी राजेन्द्र भंडारी को लेकर मतदाताओं में इस बार असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी है एक तबका राजेंद्र भंडारी के दल बदल करने से नाराज दिख रहा है तो एक तबका भंडारी के भाजपा में जाने को सही ठहरा रहा है। चुनाव में बाजी किसके तरफ पलटती है ये जो मतदाताओं के मत पर निर्भर करता है। कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर भी मतदाताओ में कम अजमंजस की स्थिति नहीं है। कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व में जनता के बीच सक्रिय नहीं दिखे अचानक अब विधायक का टिकट मिलने से चुनाव में है इसलिये अधिकतर मतदाताओं के लिए कांग्रेस प्रत्याशी अनविज्ञ चेहरा है। अब देखना होगा चुनाव में जनता किस ओर करवट लेती है और किसे बदरीनाथ विधायक का ताज पहनाती है ये 13 जुलाई की मतगणना में पता चलेगा।