भारत सरकार की सहमति के बाद वर्षों से जोशीमठ का नाम पौराणिक ज्योतिर्मठ करने को लेकर पहले उत्तराखड़ सरकार ने उसके भारत सरकार ने सहमति दी उसके बाद जोशीमठ का जन भावनाओं के अनुरूप पौराणिक नाम ज्योतिर्मठ को लेकर जिला प्रशासन द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। हाल ही में ज्योतिर्मठ में नगर पालिका द्वारा पांच अलग-अलग जगहों, जोगीधारा, विष्णुप्रयाग, सुनील, रविग्राम, पेट्रोल पंप के पास जोशीमठ नाम की चमकीली लाईट लगाई गई है जिसके नाम को लेकर विवाद तो है ही साथ ही इनकी खरीद को लेकर भी नगर पालिका पर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहा है। नगर पालिका द्वारा 4 लाख 75 हजार रुपये में इन लाईटों की खरीद की गई है लेकिन लोगों का कहना है कि इन लाईटों का मूल्य इतना नहीं है जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप नगर पालिका पर लगाये जा रहे है। इसके अलावा जोशीमठ नाम की इन लाईटों पर 23 लाख 75 हजार खर्च किया गया है जबकि जोशीमठ का नाम अब ज्योतिर्मठ हो चुका है तो इन लाईटों पर नाम भी ज्योतिर्मठ का होगा जिससे सरकार धन दोगुना खर्च होगा इसको लेकर भी सवाल उठ रहे है। नगर पालिका में पिछले 6 माह से अधिक समय से कार्यकाल समाप्त होने के बाद उपजिलाधिकारी बतौर प्रशासक नियुक्त है ऐसे में जोशीमठ तहसील प्रशासन पर भी सवाल उठने लाजमी है। अब देखना होगा इन लाईटों के खरीद मामले में प्रशासन किस प्रकार से एक्शन लेती है।