सड़क निर्माण की मांग को लेकर ज्योतिर्मठ प्रखंड के दूरस्थ गांव के ग्रामीण पिछले 119 दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे रहे। ग्रामीणों का क्रमिक अनशन अब जिला मुख्यालय गोपेश्वर के जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख चल रहा है। इस आंदोलन में गांव के कुछ ग्रामीण पिछले 08 दिनों ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर जिला मुख्यालय में बैठे है। लंबे समय से ग्रामीणों की मांग है कि कलगोठ से डुमक तक सड़क का निर्माण शीघ्र हो और स्यूण गांव से डुमक तक सड़क निर्माण की अवधि निश्चित हो। क्रमिक अनशन के 119 वें दिन आज जिला मुख्यालय गोपेश्वर में भाकपा-माले की गढ़वाल कमेटी के सचिव कामरेड अतुल सती, कुशलानंद डिमरी, विनोद कुमार, भाकपा के जिला सचिव कामरेड भरत सिंह कुंवर, विनोद जोशी और स्वामी कलिंकानन्द सरस्वती महाराज समेत कई राजनीतिक दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को समर्थन दिया और क्रमिक अनशन पर बैठे रहे। ग्रामीणों ने आज सांयकाल में गोपीनाथ मंदिर से लेकर गोपेश्वर टैक्सी स्टैंड तक कैंडल मार्च भी निकाला और मांग की कि शीघ्र उनके गांव डुमक तक सड़क निर्माण का कार्य किया जाय। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी और युवा सामाजिक कार्यकर्ता अंकित भंडारी का कहना है कि सरकार, प्रशासन और संबंधित विभाग उनकी सड़क की मांग को लेकर उदासीन है, मजबूरन ग्रामीणों को जिला मुख्यालय में क्रमिक अनशन और आमरण अनशन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनके गांव की वर्षों पुरानी मांग को आज तक पूरा नहीं किया गया गया जिससे उनके गांव वाले आज भी मीलों पैदल दूरी तय कर गांव तक पहुंचते है। उन्होंने कहा कि उनकी जायज मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया जायेगा तो वो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।