मौसम विभाग का 3 और 4 मार्च को भारी बारिश और बर्फवारी का अलर्ट है। 28 फरवरी को बदरीनाथ के माणा क्षेत्र में हिमस्खलन के बाद से पूरा शासन-प्रशासन भी अलर्ट पर है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार 2000 से 2500 मीटर की ऊंचाई तक एवलांच आ सकता है जिसके लिए ऐतिहात एडवाइजरी जारी की गई है।
ज्योतिर्मठ क्षेत्र में स्थिति विश्वप्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थल औली को भी एवलांच के दृष्टिगत शासन द्वारा पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगाई जा रही है। एडवेंचर एसोशिएशन, होटल एसोसिएशन, जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने औली में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक और औली को ऐतिहातन खाली कराने को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। जिसमें कहा गया है कि औली में पिछले 100 वर्षों से कोई एवलांच आने की रिकार्ड नहीं है। औली में पर्यटन शीतकाल के तीन माह में ही होता है और वर्तमान में औली में खूब बर्फवारी हुई है जिसके बाद से पर्यटक औली की तरफ रुख कर रहे है। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि औली में पर्यटकों को आने-जाने और रहने की अनुमति फि जाय। ज्ञापन देने वालों में जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक कॉमरेड अतुल सती, रविंद्र मर्तोलिया, नवीन मर्तोलिया, विवेक पंवार, महेंद्र भुजवाण, शिवांचल सेमवाल सहित अनेक स्थानीय लोग और पर्यटन व्यवसायी थे।