थराली- देवाल-वाण मोटर मार्ग थराली मुख्य बाजार और आस-पास की सड़के गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। लेकिन लोक निर्माण विभाग इन गड्ढों को नहीं भर पा रहा है। जिससे आवाजाही कर रहे राहगीरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखण्ड में प्रथम चरण का लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को होना है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी थराली में जनता से वोट मांगने की अपील तो कर रहे है लेकिन किसी भी प्रत्याशी ने सड़कों पर बने गढ़ों को लेकर कोई भी बात नहीं कही केवल अपने वोट बैंक के लिए जनता से मिले अपने लिए मत देने की बात कही लेकिन सड़कों की स्थिति देखकर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने आंखें मूंद ली।
सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार गड्ढा मुक्त सड़कों की बात करते है, लेकिन थराली सहित आसपास की सड़के गढ्ढो में तब्दील हो चुकी है। संबंधित विभाग सुध लेने को तैयार नहीं है, ऐसे में स्थानीय लोगो, व्यापारियों सहित स्कूली बच्चों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे होने से और गड्ढे में भरा पानी से आवाजाही करना बड़ी मुशीबत बन गयी है।
लोग निर्माण विभाग की सड़को पर जगह-जगह डामर उखड़ने से सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इन सड़कों पर चल रहे वाहन स्वामी अपनी जान हथेली पर रखकर आवाजाही कर रहे हैं, विभाग द्वारा हर साल लाखों रुपया खर्च कर सड़कों पर पैचवर्क का कार्य किया जाता है, लेकिन वह पैचवर्क एक महीने से पहले ही उखड़ कर गढ़ों में तब्दील हो जाता है, सड़कों से उड़ रही धूल बीमारियों को दावत दे रही है लेकिन विभाग इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है।