ज्योतिर्मठ विकासखंड में 30 और 31 अगस्त को भीषण बारिश के बाद अंबेडकर गांव पल्ला में भारी भू–धंसाव हो गया था जिस कारण वहां रह रहे लोगों के मकानों में दरारें आ गई और लोगों को घर खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा। गांव में अधिकतर गरीब और दलिल परिवारों के घर–मकान है। भू–धंसाव के बाद सभी परिवारों ने अपने घर खाली कर दिए हैं व किसी तरह आस पड़ोस में आसरा लिए हुए हैं। 4 सितंबर को भाजपा (माले) के गढ़वाल सचिव कामरेड अतुल सती पार्टी सदस्यों के साथ अंबेडकर गांव पल्ला आपदा प्रभावितों से मिलने गए और उन्होंने बयान जारी कर कहा कि गांव के ठीक नीचे से टीएचडीसी कंपनी द्वारा निर्माणाधीन विष्णुगाढ़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की सुरंग गुजर रही है। जिसके भारी विस्फोटों से गांव पूरी तरह अस्थिर हो गया है। पूर्व से ही गांव परियोजना प्रभावित है । गरीब परिवारों के पास भवन के अतिरिक्त कृषि भूमि भी बहुत सीमित है। जो थोड़ी सी भूमि थी वो भी परियोजना के विस्फोटों से हिल कर अस्थिर हो गई है। अतः स्थाई बसावट के अनुकूल नहीं रह गई है ।
कहा कि अधिकांश परिवार बेरोजगार हैं और थोड़ी बहुत कृषि व दैनिक दिहाड़ी मजदूरी पर आश्रित है। कहा कि अभी तक स्थानीय प्रशासन की ओर से राहत के नाम पर आसरे हेतु दो टैंट की व्यवस्था की गई है जो 30 परिवारों के लिए नितांत अपर्याप्त है। अधिक उंचाई पर स्थित गांव में सर्दी का मौसम, जो कि जल्द ही शुरू होगा जो बहुत कठिन परिस्थिति पैदा करेगा, जबकि लोगों के पास सर ढांकने को छत भी नहीं रह गई है ।
गांव तक जाने वाली सड़क की हालत बहुत खराब है । हेलंग से उर्गम और उर्गम से पल्ला तक यात्रा करना जान जोखिम में डालने जैसा है । इस मार्ग पर कभी भी पूर्व में हुई दुर्घटनाओं की तरह दुर्घटना घटने की लगातार आशंका है। आपदा की स्थिति में यह और भी गम्भीर स्थिति है। भाकपा (माले) ने आपदा प्रभावितों से मिलने के बाद सरकार और प्रशासन से मांग की कि आपदा प्रभावित गांव तक जाने वाली सड़क को सबसे पहले दुरुस्त कर व्यवस्थित किया जाए। इसके अलावा
ग्राम पल्ला के प्रभावित प्रभावित परिवारों को आपदा राहत के रूप में एक लाख रुपए की अहेतुक राशि तत्काल देने, प्रभावित परिवारों हेतु स्थाई व्यवस्था होने तक अस्थाई राहत कैम्प बनाकर रहने सामान रखने की व्यवस्था करने, सभी प्रभावित परिवारों को उनके घर के स्थान पर घर और भूमि के स्थान पर भूमि देने, टीएचडीसी कंपनी सभी प्रभावित परिवारों के एक सदस्य को रोजगार देने के साथ ही ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई के रूप में प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि दें जिससे प्रभावित लोग नया जीवन शुरू कर सके, स्थाई व्यवस्था होने तक प्रभावित परिवारों के जीवन रक्षा हेतु उनके खाने पीने आदि की व्यवस्था की करने, गांव तक पहुंचने के मार्ग को व्यवस्थित किया करने की मांग की इसके अलावा मांग की कि टीएचडीसी कम्पनी द्वारा लगातार किए जा रहे विस्फोटकों के इस्तेमाल से पूरा क्षेत्र ही अस्थिर हो गया है। कंपनी पर इसकी जिम्मेदारी आयद हों और भारी जुर्माना वसूला जाना चाहिए साथ ही भविष्य में विस्फोटकों के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
आपदा प्रभावित अंबेडकर गांव पल्ला का दौरा करने वालों में भाकपा माले की टीम के पार्टी के गढ़वाल सचिव कामरेड अतुल सती, दीपक टमटा सदस्य ब्लॉक कमेटी, के. एन. डिमरी सदस्य ब्लॉक कमेटी, विनोद कुमार सचिव ब्लॉक ज्योतिर्मठ एवं सीमा सती शामिल थी।