ई-लाइब्रेरी ने चमोली के युवाओं के सपने साकार करने की राह खोली

चमोली में ई-लाइब्रेरी की स्थापना ने युवाओं के सपने साकार करने की राह खोल दी है। जिला मुख्यालय गोपेश्वर में पुस्तकालय का आधुनिकीकरण और नवीनीकरण कर पठन पाठन के लिए अत्याधुनिक व्यवस्थाएं की गई है। जिसका लाभ अब युवाओं को मिल रहा है। यहां पर बच्चों के पठन-पाठन के लिए कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर, फर्नीचर, रैक, राउंड टेबल, विभिन्न विषयों की 3610 नई किताबें रखी गई है। ई-पुस्तकालय की 33610 किताबों को कम्प्यूटराइज्ड कराया गया है। ई-लाइब्रेरी में वाई-फाई की सुविधा के साथ ही ऑडियो विजुअल रूम बनाया गया है। पुस्तकालय में बेहतरीन लाइटिंग, पेंटिंग और फ्लोर मैटिंग सहित अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया की गई है। हर रोज करीब 150 तक नियमित पाठक लाइब्रेरी पहुंच रहे है। लाइब्रेरी की सदस्यता भी 800 हो गई है।

जिला मुख्यालय गोपेश्वर में ई-लाइब्रेरी खुलने के बाद मात्र 18 महीनों में ही यहां पढ़ने वाले 11 युवाओं ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाकर सरकारी नौकरी हासिल की है।
जिलाधिकारी ने अब जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी ई-लाइब्रेरी की कल्पना को साकार करने का बीड़ा उठाया है। डायट गौचर में ई-लाइब्रेरी शुरू हो चुकी है। कर्णप्रयाग में ई-लाइब्रेरी बनकर तैयार है। जोशीमठ में ई-लाइब्रेरी भवन बन गया है। जबकि पोखरी में लाइब्रेरी बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।

जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि घर पर पढ़ाई के लिए शांत माहौल मिलना अक्सर कठिन होता है। जब मैं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था तो मैने भी लाइब्रेरी में जाकर तैयारी की। लाइब्रेरी में पढ़ाई के लिए किताबों के साथ-साथ एकांत माहौल भी मिलता है। जनपद में युवाओं की सुविधा के लिए ई-पुस्तकालय के साथ वाई-फाई की सुविधा की गई है ताकि पाठकों को अपने सवालों का उत्तर भी तत्काल मिलता रहे।

One thought on “ई-लाइब्रेरी ने चमोली के युवाओं के सपने साकार करने की राह खोली

  1. जोशीमठ में लाइब्रेरी डेंजर जोन में रखा गया है

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