बदरीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी के नेतृत्व में जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने जिलाधिकारी को माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में 20 जनवरी 2024 को सरकार द्वारा आपदा प्रबन्धन के सचिव के माध्यम से जोशीमठ के विस्थापन एवं पुनर्वास का एक प्रस्ताव जोशीमठ की जनता के समक्ष रखा गया था। ज्ञापन में कहा गया कि सरकार ने जो प्रस्ताव रखा था उसे लोगों ने खारिज कर दिया है। जिसके बाद से जनता में आक्रोश है और भविष्य को लेकर जोशीमठ के लोगों में अनेक प्रकार की आशंकाएं है।
जिसके बाद जोशीमठ बचाओ संघर्ष समीति द्वारा विभिन्न वार्ड में बैठक कर जनता की राय ली गयी जिसके क्रम में लोगों की भावनाओं और मत के अनुरूप एक ज्ञापन सरकार को दिया गया है।
ज्ञापन में जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति द्वारा 11 सूत्रीय मांगपत्र जिसमें व्यापक पुनर्वास नीति, सेना की कब्जे वाली भूमि का मामला, प्रभावितों की भूमि का मूल्य, आपदा के बाद जोशीमठ व्यवसायियों को हुए नुकसान, प्रभावित क्षेत्र में कृषि का व्यावसायिक मुआवजा समेत अन्य मांगों को शीघ्र पूरी करने की बात कही गयी है। ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेतावनी भी दी गयी है कि यदि जनता की भावनाओं के अनुरूप निर्णय नहीं लिए जाते तो जनता आंदोलनात्मक कार्यवाही को मजबूर होगी।
जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने वालों में जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, समिति के संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूड़ी, रजनीश पंवार, हरीश भंडारी सम्मिलत थे।