भू-बैकुंठ भगवान श्री बद्री विशाल जी के कपाट दिनाक, 12 मई 2024 को प्रातः 6 बजे को ब्रह्म मुहूर्त में सभी सनातनियो के लिए खुल जायेंगे। भगवान के महाअभिषेक के उपरांत 6 महीने भगवान के विग्रह पर लगने वाला तिलो का तेल राजदरबार नरेन्द्र नगर टिहरी में महारानी जी व अन्य सुहागिन महिलाओं के द्वारा दिनांक 25 अप्रैल 2024 को पिरोया जाएगा।
देशभर की चारधाम यात्राओं में विशेष भगवान बदरी विशाल जी की यात्रा 6 माह बाद सनातन धर्म के अनुयायियों और भक्तों के दर्शन हेतु खोले जाएंगे। हिन्दू धर्म में चारधाम यात्रा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक वर्ष एक निश्चित अवधि के लिए चार धाम यात्रा का शुभारंभ होता है। जिनमें से बद्रीनाथ धाम यात्रा को विशेष जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि बद्रीनाथ धाम को भगवान विष्णु का प्रमुख निवास स्थल माना जाता है। इस वर्ष बद्रीनाथ धाम के कपाट विधि-विधान से और शुभ मुहूर्त में 12 मई 2024, रविवार के दिन खुलेंगे। बदरीनाथ धाम अलकनंदा नदी के तट पर दो पर्वतों के बीच स्थित है, जिनके नाम नर और नारायण हैं। इस धाम में भगवान विष्णु के 24 स्वरूपों में से एक नर-नारायण भगवान की पूजा की जाती है। कपाट खुलने के सन्दर्भ में बात करें तो इस धाम के कपाट तीन चाबियों से खोले जाते हैं और तीनों चाबियां अलग-अलग लोगों के पास सुरक्षित रखी जाती है।