एनटीपीसी, तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के बैराज साइट पर आपदा प्रबंधन योजना के अंतर्गत बाढ़ के संबंध में एक मल्टी-एजेंसी मॉक ड्रिल का आयोजन दिनांक 9 मई 2024 को किया गया। इस ड्रिल का आयोजन एनटीपीसी के आपदा सुरक्षा विभाग सीआईएसएफ के संयुक्त प्रयास से संभव हुआ। इस आयोजन में भारतीय थल सेना, एनडीआरफ एवं उत्तराखंड पुलिस के फायर सर्विस विभाग ने भी भाग लिया।इस ड्रिल की शुरुआत में सीआईएसएफ़ के रेसक्यू टीम ने एक डूबते व्यक्ति को बचाकर दिखाया। वहीं भारतीय थल सेना ने कैप्टन मयंक की अगुवाई में ज़िप-लाइन के सहारे एक डूबते व्यक्ति को धौलीगंगा नदी के एक किनारे से दूसरे किनारे ले आए। आईटीबीपी ने इंस्पेक्टर कौशल कुमार के नेतृत्व में अडिट टनल के ऊपर फंसे व्यक्ति को रस्से की सहायता से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एनडीआरएफ़ से सब-इंस्पेक्टर अजय भाटिया एवं उनकी टीम ने ज़िप-लाइन का उपयोग करके डैम के असुरक्षित किनारे से व्यक्ति को सुरक्षित किनारे पर ले आए। वहीं उत्तराखंड पुलिस के फायर सर्विस विभाग के एसआई श्याम सिंह ने अपने टीम के साथ अडिट टनल के अंदर घायल व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला। इस मॉक ड्रिल में सीआईएफ़ के कुल 37, एनडीआरएफ़ के कुल 21, भारतीय थल सेना के 17, आईटीबीपी से कुल 15 एवं उत्तराखंड पुलिस के फायर सर्विस विभाग से 11 जवान उपस्थित थे। इस मॉक ड्रिल में आरपीपीएल के प्रोजेक्ट इन-चार्ज मुरली मोहन रेड्डी एवं एचसीसी के प्रोजेक्ट इन-चार्ज ए. एन. पांडे उपस्थित थे। इस आयोजन में जवानों, कर्मचारियों एवं श्रमिकों को मिलाकर लगभग 160 लोगों की उपस्थिति देखी गयी।
एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख श्री ए. एम. नाहर ने सभी एजेंसियों को ड्रिल में भाग लेने के लिए अपना आभार प्रकट किया। उन्होंने सभी श्रमिकों को पुनः आश्वस्त किया कि प्रोजेक्ट साइट पे सुरक्षा एनटीपीसी की सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक है और इस मॉक ड्रिल से एनटीपीसी ने भविष्य में आने वाले किसी भी आपदा के लिए अपनी तैयारी को और भी दुरुस्त कर लिया है।
इस आयोजन में एनटीपीसी तपोवन के महाप्रबंधक एवं परियोजना प्रमुख ए. एम. नाहर, महाप्रबंधक (परियोजना), मनमीत बेदी समेत अन्य विभागाध्यक्ष एवं सीआईएसएफ़ के असिस्टेंट कमांडेंट लक्ष्मण सिंह राठौर भी उपस्थित थे।