श्री बदरीनाथ धाम में भगवान नर-नारायण जी की जयंती बुधवार श्रावण शुक्ल षष्ठी को शुरू हुई हो गयी। प्रातः भगवान श्री नर-नारायण की विग्रह मूर्ति समारोह पूर्वक मंदिर परिसर से माता मूर्ति मंदिर को प्रस्थान हुई माता मूर्ति मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना संपन्न हुई। कल बृहस्पतिवार को भगवान नर-नारायण के अभिषेक एवं श्री बदरीनाथ भ्रमण के साथ ही जयंती का समापन हो जायेगा।
भगवान नर-नारायण जी के जन्म उत्सव के अवसर पर आज प्रातः श्री बदरीनाथ मंदिर में बाल भोग के पश्चात भगवान नर-नारायण जी की विग्रह डोली बदरीनाथ मंदिर परिसर से माता मूर्ति मंदिर माता पहुंची जहां माता मूर्ति मंदिर के पुजारी ने भगवान नर-नारायण की पूजा- अर्चना की एवं अभिषेक संपन्न किया। उसके पश्चात अपराह्न डेढ़ बजे श्री नर-नारायण जी की विग्रह मूर्तियां श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में वापस विराजमान हो गयी मान्यता है कि भगवान विष्णु के अवतार नर-नारायण ने श्री बदरीनाथ धाम में तपस्या की तथा सहस्रकवच दैत्य के अत्याचार से मुक्त किया। इस अवसर पर महोत्सव में अनेकों भगवद्भक्त उपस्थित रहे जिनमें बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल अमरनाथ नम्बूदरी, नायब रावल सूर्यराग पी., स्वामी प्रत्यक्चैतन्यमुकुन्दानन्द गिरि, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रवीन्द्र भट्ट, अमित बन्दोलिया के साथ ही मन्दिर समिति के अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे ।