विश्वभर में जनवरी के तीसरे रविवार को वर्ड स्नो-डे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। खासकर उन देशों में जहां शीतकाल में बर्फ पड़ती वहां इस दिन को बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है।
औली में इस वर्ष अच्छी बर्फवारी हुई है जिसके बाद से यहां सैलानियों के तांता लगा हुआ है। आज वर्ड स्नो-डे के अवसर पर भी पर्यटक भारी संख्या में औली की वादियों मौजूद रहे और बर्फवारी का आनंद लेते नजर आए। स्थानीय स्कीयर्स और स्की प्रेमियों ने स्की माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के तत्वावधान में विश्व हिम दिवस धूमधाम से मनाया गया, जिसमें कई स्थानीय युवा खिलाड़ियों ने भाग लिया।
हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्की महासंघ, जिसे FIS के नाम से भी जाना जाता है, के द्वारा विश्व के अनेक देशों में वर्ड स्नो-डे मनाया जाता है। FIS की शुरुआत 1910 में हुई थी, जब नॉर्वे में दस अलग-अलग देशों के प्रतिनिधि एकत्र हुए थे। अब स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग जैसे ओलंपिक आयोजनों के लिए दुनिया की सबसे प्रमुख शासी संस्था, अंतर्राष्ट्रीय स्की महासंघ में विभिन्न राष्ट्रीय स्कीइंग संगठनों के कम से कम 180 समूह शामिल हैं।
विश्व हिम दिवस प्रत्येक वर्ष जनवरी के तीसरे रविवार को मनाया जाता है, इसकी शुरुआत 2012 में हुई थी, हालांकि विश्व हिम दिवस, बच्चों को बर्फ के खेलों में शामिल करने को लेकर मुख्य रूप से मनाया जाता है।
विश्व हिम दिवस का उद्देश्य परिवारों को अपने बच्चों के साथ स्थायी यादें बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, साथ ही बच्चों को स्नोबोर्डिंग और स्कीइंग जैसे शीतकालीन खेलों का अनुभव प्राप्त करने के अवसर प्रदान करना है।
औली में विश्व हिम दिवस के अवसर पर स्की माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय भट्ट ने सभी को वर्ड हिम दिवस की बधाई दी और कहा कि वर्ड स्नो-डे का मुख्य उद्देश्य एक अभिभावक द्वारा अपने बच्चों को बर्फ के खेलों से रूबरू कराना है, कहा कि हर वर्ष अलग-अलग दिन को वर्ड-स्नो-डे मनाया जाता है, इस दिन को FIS द्वारा तय किया जाता है।
कहा कि इस वर्ष औली में अच्छी बर्फवारी हुई है और आने वाले दिनों में मौसम भविष्यवाणी के अनुसार और भी अधिक बर्फवारी की संभावना है जिससे औली में और भी अधिक मात्रा में पर्यटक आने की संभावना है। इस अवसर पर जोशीमठ होटल एशोसिएशन के अध्यक्ष राकेश रंजन भिलंगवाल, विकेश सहित अनेक स्थानीय स्कीयर्स, देशी, विदेशी सैलानी मौजूद रहे।