नगर पंचायत थराली के वार्ड नंबर- 2 देवराडा के ग्रामीणों ने चुनाव के दौरान किसी भी प्रत्याशी को अपने गांव के अंदर न घुसने की चेतावनी दी है। गांव वाले गांव के सभी रास्तों पर “गांव नहीं तो वोट नहीं” के बोर्ड लगाकर पहरेदारी करने लग गए है, ताकि कोई भी दल का प्रत्याशी गांव में ना घुस सके। जहां लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों तेज हो गई है वही सभी दलों के प्रत्याशियों सहित कार्यकर्ताओं का प्रचार-प्रसार तेज हो गया है वही नगर पंचायत थराली के देवराडा वार्ड के ग्रामीणों ने गांव के सभी रास्तों को बंद कर दिया है। जहां ग्रामीण लंबे समय से देवराडा वार्ड को नगर पंचायत थराली से हटाकर पुनः ग्राम पंचायत में शामिल करने की मांग कर रहे है। लेकिन शासन-प्रशासन की उदासीनता के कारण ग्रामीणों की बात को नहीं सुना जा रहा है स्थानीय निवासी वीरेंद्र सिंह रावत, अब्बल सिंह गुसाई, लाल सिंह गुसाई, पप्पू बाबा जनधारी, पूर्व पार्षद सीमा देवी, महिला मंगलदल अध्यक्ष गौरा देवी सहित सभी ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से ग्रामीण नगर पंचायत में सम्मिलित होने का विरोध कर रहे थे लेकिन उन्हें जबरन नगर पंचायत में सम्मिलित किया गया जिस कारण लोगों को मनरेगा जैसे रोजगार एवं ग्राम पंचायत के अंतर्गत होते वाले अन्य सभी विकास कार्यों से वंचित होना पड़ रहा है। नगर पंचायत बनने के बाद गांव की स्थिति बद्द से बद्दतर हो गई है शहरी विभाग द्वारा कृषि बाहुल्य गांव में कई प्रकार के टैक्स लगाए जा रहे है, वहीं सफाई से लेकर पथ प्रकाश तथा रास्तों की स्थिति खराब हुई है गांव में जो भी कार्य किया जा रहे हैं वह ठेकेदारो के द्वारा किए जा रहे हैं जिस कारण ग्रामीण पुनः ग्राम पंचायत में सम्मिलित किए जाने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है अगर लोकसभा चुनाव से पूर्व ग्रामीणों की बात नहीं सुनी जाती है तो वे लोकसभा चुनाव का पूर्ण बहिष्कार करेंगे, वहीं उप जिलाधिकारी थराली अबरार अहमद ने बताया मामला उनके संज्ञान में है ग्रामीणों से वार्ता कर मामले को सुलझा लिया जाएगा उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है।