जोशीमठ के पास पिछले 2 दिनों से भी अधिक समय से सड़क बंद है। सड़क पर पैदल यातायात की संभावना भी नहीं है क्योंकि मशीनें लगातार कार्य कर रही है इसलिए पैदल यातायात संभव नहीं है।
यात्री खतरनाक पहाड़ी रास्ते पर चढ़ कर जैसे-तैसे जोशीमठ पहुंच रहे है लेकिन इन रास्तों पर कब कोई बड़ी घटना घट जाय कोई कुछ पता नहीं है। प्रशासन की तरफ से कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं किये गए है सायद पुलिस और स्थानीय प्रशासन भी किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे है।
यात्री अपने सामानों के साथ, बच्चों और बृद्ध इन्हीं खतरनाक पगडंडियों से यात्रा कर रहे है जिन पर कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। और तो और जोगीधारा के तरफ फंसे यात्री भूखे-प्यासे सड़क खुलने का इंतजार कर रहे है यहां पर यात्रियों के लिए सुरक्षा के इंतजाम तो दूर पीने के पानी और खाने की कोई व्यवस्था नहीं है।
हालांकि जोशीमठ की तरफ व्यापार संघ, एनटीपीसी और सेना के साथ ही कुछ स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जलपान, पेयजल और खाने की व्यवस्था की हुई है। प्रशासनिक मशीनरी पूरी की पूरी बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव में व्यस्त है सड़क बंद होने तीर्थ यात्रियों को लेकर न सरकार संजीदा है और न ही प्रशासन।
आज सुबह पोलिंग पार्टियों की आवाजाही के लिए कुछ समय के लिए पैदल रास्ता खोला गया था जिससे 28 पोलिंग पार्टियों को जिला मुख्यालय गोपेश्वर के लिए रवाना किया गया। उसके बाद सड़क को पैदल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है क्योंकि आरओसी मशीन से बोल्डरों पर हॉल कर ब्लास्टिंग करने का कार्य किया जा रहा है। सड़क खुलने के इंतजार में खड़े लोगों का धैर्य जबाब दे रहा है अगर आज शाम तक सड़क नहीं खुलती है तो स्थिति और भी गंभीर होने की संभावना है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान भी व्यवस्था बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में घटनास्थल पर नहीं है। जिससे पैदल यात्रा कर रहे यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल पैदा होता है।