बदरीनाथ धाम में वीआईपी कल्चर खत्म करने और मास्टर प्लान के तहत चल रहे निर्माण कार्य के अंतर्गत अनियोजित तोड़-फोड़ को लेकर स्थानीय निवासियों, पंडा समाज और व्यापार सभा के द्वारा गेट नंबर 3 पर आज जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
पिछले चार घंटों से बदरीनाथ धाम में प्रदर्शन कर रहे सभी लोगों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि बामणी गांव जाने वाले पैदल रास्ते पर वीआईपी के दर्शन के लिए एक कार्यालय बनाया गया है जिससे वहां पर गांव की तरफ आने-जाने वाले लोगों के मार्ग को बंद कर दिया गया है। गांव के लोगों को इस रास्ते से गुजरने नहीं दिया जा रहा है प्रशासन की लापरवाही की वजह से आम जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है ऐसे में सभी ने प्रशासन और मंदिर समिति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की वहीं स्थानीय लोगों ने मंदिर समिति पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर समिति के द्वारा बदरीनाथ धाम में अवस्थाएं फैलायी जा रही है। बदरीनाथ धाम में विभिन्न मांगों को लेकर पंडा पंचायत ने आक्रोश जताते हुए 3 घंटे का प्रदर्शन किया, इस दौरान धाम में दर्शन करने पहुंच रहे दूर-दूर के श्रद्धालुओं को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ा। मामले को गंभीरता को देखते हुए उप जिलाअधिकारी जोशीमठ और पुलिस उपाधीक्षक चमोली प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे, प्रदर्शन कर रहे पंडा पंचायत के पदाधिकारी और स्थानीय लोगों ने अपनी मांगे प्रशासन के सामने रखी जिस पर प्रशासन की ओर से उप जिलाअधिकारी जोशीमठ ने सभी मांगों के समाधान के लिए आश्वासन देते हुए पंडा पंचायत और स्थानीय लोगों के साथ पुलिस और प्रशासन, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के साथ संयुक्त रूप से एक वार्ता करने की बात कही।