विश्वभर में 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है और इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सम्मान देना है। महिलाओं ने इतिहास में हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है, चाहे वह शिक्षा हो, राजनीति हो, विज्ञान हो या खेल का मैदान।
नारी केवल एक शब्द नहीं, बल्कि संपूर्ण सृष्टि का आधार है। वह जीवनदायिनी है, प्रेम की मूर्ति और रिश्ते संवारने वाली शक्ति है। भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति, ममता, और त्याग का स्वरूप माना गया है।
आज इसी अवसर पर ग्राम सेलंग में ग्राम संगठन और महिला मंगलदल द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिलओं द्वारा आयोजन कार्यक्रम में जहां अपनी पारंपरिक संस्कृति की झलक दिखीं वहीं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की सार्थकता को सिद्ध करती स्वाधीनता भी दिखी। महिला मंगल दल, ग्राम संगठन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में झुलेमो, लोकनृत्य, नाटक, एकल गायन, भाषण, नृत्य जैसे कार्यक्रमों की अद्भुत झलकियां दिखी।
इस अवसर पर प्राथमिक विद्यालय सेलंग की प्रधानाध्यापिका धर्मा फोनिया, गीता चौहान, सरपंच शिशुपाल भंडारी, ग्राम संगठन की अध्यक्षा उमा देवी, लक्ष्मण सिंह, हेमा देवी, चंद्रावती देवी, आशा देवी, रेखा देवी समेत ग्राम सभा सेलंग की महिलाएं एवं युवक, बुजुर्ग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।