26 मार्च 1974 को अपने वनों को बचाने के लिए राज्य के वन विभाग के ठेकेदारों को रैणी गांव के जंगलों से खदेड़ने के लिए गौरा देवी के नेतृत्व में एक आंदोलन हुआ जो चिपको आंदोलन के रूप में विश्व विख्यात हुआ। उत्तराखंड के वनों को सुरक्षा के लिए रैणी गांव की 31 महिलाओं द्वारा 1970 के दशक से आरंभ हुआ आंदोलन आज विश्व मे अपने वनों को सुरक्षित करने आए वन-जन के मूलभूत सवालों के एकर लड़ा गया आंदोलन । रैणी गांव की महिलाओं ने पेड़ों को गले लगा लिया ताकि ठेकेदार के आदमी उन्हें काट न सके। यह पेड़ों और महिलाओं के बीच का ये आलिंगन दरअसल प्रकृति और मानव के बीच प्रेम का प्रतीक बना और इसे “चिपको” की संज्ञा दी गई
। आज चिपको आंदोलन की 50वीं वर्षगांठ स्वंर्ण जयंती के रूप में मनाई जा रही है। गौरा देवी पर्यावरण एवं सामाजिक विकास समिति चमोली द्वारा जोशीमठ के राविग्राम खेल मैदान में चिपको आंदोलन की याद में स्वर्ण जयंती समारोह का 2 दिवसीय आयोजन आज से प्रारंभ हो गया जिसमें मुख्य अतिथि पहाड़ों में जनसेवा और मानवीय सहायता को आगे बढ़ाने वाली हंस फाउंडेशन की संस्थापिका माता मंगला देवी जी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और कहां की दुर्गम पहाड़ों में जन्मी गौरा देवी मातृशक्ति के लिए प्रेरणा स्त्रोत है जिनकी प्रेरणा से वनों को बचाने के लिए लड़ा गया चिपको आंदोलन विश्व विख्यात हुआ, उन्होंने कहा कि जिस समाज मे नारी शक्ति का सम्मान होता है वो समाज विकसित हो जाता है, कहा कि चिपको आंदोलन की धरती में आकर उन्हें अपार खुशी मिली है।
चिपको आंदोलन की स्वर्णजयंती समारोह में गौरादेवी के सुपुत्र चंद्र सिंह, पुत्रवधु मेघुली देवी, सहयोगी जूठी देवी और बाली देवी को प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सूखी की सांस्कृतिक टीम द्वारा प्रसिद्ध पारंपरिक राणी-राधिका नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। जोशीमठ के विभिन्न गांवों की महिला मंगलदलों एवं स्कूली बच्चों द्वारा पर्यावण संरक्षण पर आधारित विभिन्न प्रस्तुतियां भी दी गयी।
2 दिवसीय चिपको आंदोलन के स्वर्ण जयंती समारोह में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जायेगा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि वर्तमान चीफ ऑफ डिफेंस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान की धर्मपत्नी अनुपमा चौहान, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व मुख्य कार्य अधिकारी बी.डी. सिंह, पूर्व धर्माधिकारी बदरीनाथ धाम भुवन चंद्र उनियाल, गौरा देवी पर्यावरण एवं सामाजिक विकास समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह राणा, सचिव पुष्कर सिंह राणा, ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार, निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, समीर डिमरी, हरीश भंडारी, लक्ष्मण फरकिया, रजनीश पंवार, शुभम रावत, सौरभ राणा, समेत कई लोग उपस्थित थे।