ज्योतिर्मठ प्रखंड के पगनो गांव में पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से गांव के ऊपरी छोर पर भूस्खलन हो रहा है। पिछले एक वर्ष में कई मकान इस मलवे में क्षतिग्रस्त हो गए है और कई मकान क्षतिग्रस्त होने की कगार पर है।
आपदा की मार झेल रहे पगनो गांव के लोगों का सरकार और प्रशासन पर से भरोसा उठ गया है और आज सभी ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर तहसील मुख्यालय ज्योतिर्मठ पर गरजे और तत्काल सम्पूर्ण गांव के विस्थापन की मांग उठाई। ग्रामीणों की मांग है कि सरकार केंद्र लोक निर्माण विभाग की तर्ज पर प्रभावित परिवार को और उनके मकान, जमीन का मुआवजा दे। इसके साथ ही ग्रामीणों ने प्रशासन द्वारा प्रभावितों को मिल रही अहेतुक धनराशि में हो रही देरी पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की।
विकासखंड ज्योतिर्मठ कार्यालय से ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय तक सरकार की पगनो गांव के अनदेखी के खिलाफ नारेबाजी की और जुलूस की शक्ल में तहसील प्रांगण पहुंचे जहां सभा कर ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी। जनसभा के बाद ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री उत्तराखड़ सरकार को उपजिलाधिकारी के मध्याम से दो सूत्रीय मांगों पर ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की तर्ज पर सम्पूर्ण गांव का विस्थापन करने और प्रभावित परिवारों को अपने जीवन यापन हेतु अहेतुक सहायता दिया जाय। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार, प्रधान संघ अध्यक्ष अनूप नेगी, ग्राम प्रधान पगनो रीमा देवी, प्रधान डुंग्री दिगंबर बिष्ट, वन पंचायत सरपंच पगनो सूरज सिंह राणा समेत कई ग्रामीण और क्षेत्रीय प्रतिनिधि उपस्थित थे।