ज्योतिर्मठ टीसीपी कूड़ादान के समीप करीब दो महीने पहले चट्टान खिसकने से लगभग 30 मीटर सड़क का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। सड़क खुलवाने में सीमा सड़क संगठन और हेलंग-ज्योतिर्मठ सड़क की डिफेक्ट कटिंग कर रही कंपनी एससीसी की मशीनों ने चार दिन तक दिन रात कार्य कर मुश्किल से सड़क सुचारू की थी।
तब से लेकर आज तक दो महीने होने को है लेकिन सड़क उसके बाद दुरुस्त नहीं की गई है जिससे हल्की बारिश होने के बाद सड़क पर मालवाहक ट्रक और छोटे वाहन फंस जाते है। जिससे घंटों सड़क पर जाम की स्थिति बन रही है। अब बरसात के बाद मौसम जैसे ही साफ हो रहा है बदरीनाथ और हेमकुण्ड जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है लेकिन टीसीपी के समीप सड़क पर पेंच बनने से वाहन फंस रहे है जिसके बाद इस स्थान पर जाम की स्थिति और ज्यादा खराब होगी।
इन दिनों भी वाहन फंसने से जोगीधारा और टीसीपी से लेकर द्रोणागिरी होटल तक वाहन फंस रहे है और वाहनों की लंबी कतार लग रही हूं। सैकड़ों यात्री और आम लोग इस जाम में परेशान हो रहे है। लेकिन अभी तक न तो सीमा सड़क संगठन इस ओर ध्यान दे रहा है और न ही हेलंग-ज्योतिर्मठ सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रही कंपनी। माल वाहक ट्रक या तो कई दिनों तक यहीं खड़े रह रहे है या तो माल किसी दूसरे वाहन में अनलोड कर पास हो रहे है। इस स्थान पर जेसीबी मशीन की भी तैनानी निरंतर नहीं की गई है जिससे जाम की समस्या और गंभीर होती जा रही है और वाहन एक से दो घण्टे में इस पेंच से पास हो पा रहे है। इसके अलावा सड़क इतनी खतरनाक हो रखी है इस स्थान पर कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। इसके बावजूद न तो सीमा सड़क संगठन और न ही प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है।