राजकीय महाविद्यालय जोशीमठ में बारह दिवसीय देवभूमि उद्यमिता योजना कार्यशाला का समापन

उत्तराखंड सरकार और राष्ट्रीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में चल रही बारह दिवसीय उद्यमिता कार्यशाला का आज विधिवत सम्पन्न हो गयी।

समापन समारोह में युवा प्रशिक्षुओं ने 12 दिन में सीखे उद्यमिता के ज्ञान और कौशल के आधार पर आकर्षक उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई। समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता बैंकिंग क्षेत्र में चालीस साल का अनुभव रखने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक गबर सिंह रावत रहे।

रावत ने युवा उद्यमियों को स्वरोजगार की दिशा में वित्तीय और बैंकिंग प्रबंधन के बारे में उपयोगी जानकारी दी और होम स्टे के अपने अनुभव के आधार पर उन्हें उद्यमी होने के लिए प्रेरित किया। देवभूमि उद्यमिता योजना के जिला कोऑर्डिनेटर गिरिधर बिष्ट ने पूरे राज्य में उत्तराखंड के युवाओं को नवाचार और स्वतंत्र उद्यम के लिए प्रेरित करने के लिए संचालित इस योजना के लक्ष्यों के बारे में विस्तार से बताया और योजना के कारण राज्य में महत्वपूर्ण उद्यम/प्रोडक्ट स्थापित करने वाले युवाओं की सफलता की कहानी भी बताई। कार्यक्रम अध्यक्ष और महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रीति कुमारी ने कहा कि कार्यशाला के महत्वपूर्ण ज्ञान और कौशल को अब प्रशिक्षुओं को कर्म क्षेत्र में ले जाना होगा और बेहतरीन उद्यमी होकर सिद्ध करना होगा। योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नंदन रावत ने सभी अतिथियों का स्वागत और सम्मान किया । इस अवसर पर अतिथियों के सामने प्रशिक्षुओं ने खाद्य पदार्थों, सजावट के समान, वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधन आदि संबंधी अपने अपने प्रोडक्ट के बारे में भी बताया। डॉ. चरणसिंह केदारखंडी के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. जी. के. सेमवाल, डॉ. धीरेन्द्र सिंह, डॉ. मोनिका सती, डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया, डॉ. किशोरी लाल, योजना के समन्वयक तारा सिंह, रणजीत राणा, हरीश नेगी, जगदीश लाल, अजय सिंह, मुकेश सिंह, पुष्कर लाल, शिव सिंह, आनंद सिंह, नंदी, अनीता आदि सम्मिलित रहे।

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