ज्योतिर्मठ प्रखंड के दूरस्थ गांव डुमक के ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग को लेकर पिछले 105 दिनों से क्रमिक अनशन और आंदोलन पर है। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन-प्रशासन और पीएमजीएसवाई उनकी गांव तक सड़क निर्माण की मांग को अनदेखा कर रहे है। ग्रामीण वर्षों से कई मील पैदल चलने को मजबूर है। गांव में बृद्ध, बच्चे, महिलाएं, युवक सब सड़क की मांग को लेकर तीन महीनें से क्रमिक अनशन पर है और कई बार रैली निकाल कर प्रशासन और सरकार के साथ पीएमजीएसवाई को अपनी मांग पूरी करने के लिए गुहार लगा चुके है। डुमक के आंदोलित ग्रामीणों का कहना है कि यदि सरकार, प्रशासन और पीएमजीएसवाई यदि उनकी मांगों के अनुरूप सड़क निर्माण का कार्य जल्द से जल्द नहीं करती है तो ग्रामीण आने वाले दिनों में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का पुतला दहन करेंगे और अपने आंदोलन को और उग्र करेंगे। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यदि उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती है तो ग्रामीण जिला मुख्यालय गोपेश्वर में आंदोलन करेंगे और मुख्यालय में ही क्रमिक अनशन पर बैठ जाएंगे। आज पुतला दहन करने वालों और क्रमिक अनशन में बैठने वाले विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र भंडारी, नव युवक मंगलदल अध्यक्ष अनिरुद्ध सनवाल, आंदोलनकारी अंकित भंडारी, शोभन, राहुल, 100 वर्षीय बच्ची देवी, 90 वर्षीय वरन सिंह सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।