औली के प्राकृतिक स्वरूप को लौटाने के लिए स्थानीय प्रकृति प्रेमियों ने एक प्रयास शुरू किया है। इस मुहिम के परवान चढ़ने के बाद जहां शीतकाल मे स्कीइंग स्लोप पर लम्बे समय तक बर्फ टिकी रहेगी वहीं अप्रैल महीने मे खिलने वाले बुराँस का भी पर्यटक दीदार कर सकेंगे और स्थानीय गाइड के रूप में युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे।
इस मुहिम में आज भारतीय सेना के 7वीं आसाम रेजिमेंट में भी सहयोग किया। स्कीइंग एन्ड माउन्टनेरयिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि भारतीय सेना के असम रेजीमेंट ने वृक्षारोपण में स्थानीय लोगों का साथ दिया, जिसके लिए हम सेना का धन्यवाद करते हैं। इस पहल से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा और समाज में हरियाली बढ़ेगी। सेना के इस प्रयास से हमें प्रेरणा मिलती है कि हम सब मिलकर एक हरित और स्वस्थ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। आसाम रेजिमेंट के कमान अधिकारी और दूसरे संयुक्त आदिकारी के सहयोग से हम प्रेरित हुए हैं और उनके आभारी हैं।