सीमांत क्षेत्रवासियों की आराध्य देवी लाता माँ नंदा मंदिर में 27 वर्षों के बाद शतचंडी महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। महायज्ञ का आज चौथा दिन है। हर दिन मां नंदा की विशेष पूजा-अर्चना के बाद हवन किया जा रहा है, जिसमें दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं। क्षेत्र की खुशहाली, समृद्धि के लिए इस सत्संगी महायज्ञ का आयोजन ग्रामीणों के द्वारा किया जा रहा है। बताते चले की नीती घाटी की आराध्य देवी मां नंदा का लाता सिद्ध पीठ के रूप में स्थापित है और यहां हर वर्ष नवरात्रों में विशेष पूजा अर्चना होती है।
शतचंडी महायज्ञ की चतुर्थ दिवस महानवरात्रि पर्व के अवसर पर यज्ञ आचार्य आचार्य विनय कोटियाल, आचार्य उमेश डोभाल, आचार्य मनोज नौटियाल, ग्राम प्रधान सरिता रावत, महिला मंगलदल अध्यक्षा देवकी देवी, मंदिर समिति अध्यक्ष गबर सिंह रावत, कोषा अध्यक्ष राजेंद्र सिंह रावत, संरक्षक शेरसिंह बुटोला समेत अनेक देवी भक्त उपस्थित थे।