दीपमालिका (दीपावली) उत्सव हेतु सजने लगा भू-बैकुंठ बदरीनाथ धाम

विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम में इस वर्ष दीपोत्सव 1 नवंबर को मनाई जाएगी, जिसके लिए बदरीनाथ धाम को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जा रहा है। धाम को दीपमालिका उत्सव हेतु 08 कुंतल पुष्पों से सजाया जा रहा है।
दीपावली पर्व और महालक्ष्मी पूजन को लेकर भू- लबैकुंठ धाम हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उत्सव से पूर्व सजाया जाने लगा है।
बदरीनाथ मंदिर सहित महा लक्ष्मी मंदिर और परिसर के आस-पास के सभी मंदिरों की सजावट शुरू हो गई है। बदरीनाथ धाम में इस बार दीपोत्सव 01 नवंबर को मनाया जायेगा। धन तेरस पर्व से लेकर महालक्ष्मी पूजन तक तीन दिनों का विशेष पूजन विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम में होता है।

भगवान नारायण के साथ बदरीश पंचायत में विराजमान धन कुबेर भंडारी जी और माता महा लक्ष्मी जी के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही दीपमालिका उत्सव का कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने बताया की इस बार कार्तिक स्नान सहित दीपावली पर्व को लेकर बदरी पुरी में श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। कहा कि खुशनुमा मौसम के बीच लगातार धाम में श्रद्धालुओ की आमद बढ़ती जा रही है। मंगलवार 29 अक्टूबर को जहां बदरी पुरी में करीब 11 हजार 300 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये वहीं अब तक करीब 12 लाख 55 हजार तीर्थ यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल जी के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित किया है।

बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने बताया कि दीपावली को लेकर लोगों में कुछ भ्रम की स्थिति है लेकिन पंचांग व धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार दीपावली एक नवंबर को मनाई जाएगी। बदरीनाथ में भी एक नवंबर को ही दीपावली मनाई जाएगी। अमावस्या पर उपासना करने वालों के लिए 31 अक्टूबर की मध्य रात्रि सही रहेगी लेकिन दीपावली एक नवंबर को है।

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