के पैनखंडा खेल मैदान रविग्राम में आज चिपको आंदोलन के स्वर्ण जयंती समारोह कार्यक्रम पर आज द्वितीय दिवस पर बागवानी बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र जुयाल ने दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की।उन्होंने कहा कि गौरा देवी पहाड़ की बेटी व मां नहीं बल्कि पूरे देश की बेटी व मां है जो कि प्रकृति के संरक्षण के लिए पेड़ों पर चिपक गई थी और अपने को अमर कर गई उन्होंने कहा कि यह हमारा सीमावर्ती क्षेत्र है यहां का हर व्यक्ति देश का प्रहरी है इस तरह के आयोजन से लोगों को प्रेरणा मिलती है, कहा कि जिन 06 लोगों को आज चिपको आंदोलन की स्वर्ण जयंती समारोह में सम्मानित किया गया उनमें 30 वर्षों से प्रकृति संरक्षण में लगे हुए प्रकृति प्रेमी और समाजसेवी जनदेश संस्था के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी है जो कि जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए सघन वृक्षारोपण के कामो में लगे है और प्रतिवर्ष उर्गम घाटी में 26 वर्षों से चिपको नेत्री गौरा देवी के नाम से गौरा देवी पर्यावरण एवं प्रकृति पर्यटन विकास मेंले का आयोजन करते रहे हैं। इसके अलावा 2024 का गौरा देवी स्वर्ण जयंती सम्मान धन सिंह घरिया पेड़ वाले गुरुजी को पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, वन अग्नि सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए दिया गया। बिरही गांव की नर्मदा रावत को हस्तशिल्प के कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए यह सम्मान दिया गया, वैशाख सिंह रावत को जड़ी- बूटी संरक्षण एवं आजीविका विकास के लिए गौरा देवी सम्मान दिया गया, मंजू देवी को स्वरोजगार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य के लिए यह सम्मान दिया गया, सुरेंद्र सिंह राणा को शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया।